1. चंद्रशेखर, वीपीसिंह और कथित प्रगतिशील लॉबी में कई सुधार विरोधी थी। 2. ज्यादातर राज्यों में भी पुलिस सुधार विरोधी कांग्रेस पार्टी ठिकाने लग चुकी थी। 3. ज्यादातर राज्यों में भी पुलिस सुधार विरोधी कांग्रेस पार्टी ठिकाने लग चुकी थी। 4. क्या इसका मतलब यह हुआ कि इसका विरोध करने वाले तमाम लोग सुधार विरोधी हैं? 5. हालांकि यह दुखद है कि उन्होंने इसके लिए विचार की जो राह चुनी है वह सुधार विरोधी और अतीतजीवी है। 6. तो सपा और तृणमूल जैसी सुधार विरोधी पार्टियां भी हैं लेकिन खिचड़ी सरकार में किसकी चलेगी यह कह पाना मुश्किल है। 7. इसलिए ये दावे से कह सकता हूं कि वो मुझे दकियानूसी और सुधार विरोधी घोषित करने की साज़िश नहीं रच रहे। 8. इसलिए ये दावे से कह सकता हूं कि वो मुझे दकियानूसी और सुधार विरोधी घोषित करने की साज़िश नहीं रच रहे। 9. तो सपा और तृणमूल जैसी सुधार विरोधी पार्टियां भी हैं लेकिन खिचड़ी सरकार में किसकी चलेगी यह कह पाना मुश्किल है। 10. यदि गैर कांगेसी और क्षेत्रीय दल आए तो सुधार का अधर में लटक जाना लाजिमी है हालांकि सभी क्षेत्रीय दल सुधार विरोधी नहीं हैं।